मेरे दिल पे लगा जबसे तेरी नज़रो का तीर,,,,,,,,,,,,,,funny shayari

मेरे दिल पे लगा जबसे तेरी नज़रो का तीर 



मेरे दिल पे लगा जबसे तेरी नज़रो का तीर




मेरे दिल पे लगा जबसे तेरी नज़रो का तीर तबसे याद आ गया मुझको खवाजा पीर;

हुसन के चकर मैं डायन पले पड़ गयी 
हम ही बेवकूफ थे जिसे समझ बैठे हीर;

मार ही पड़ती है अगर मांग लू कुछ 
अब तो सपनो मैं ही रह गयी मेरी खीर;

नवाबो के जैसी थी ज़िन्दगी जब कुंवारा था 
शादी किया हुई बीवी ने बया दिया फ़कीर;

रातो को नींद नहीं दिन मैं डर लगता है 
जब काम न करू तो बोली कलेजा दू चीर;
जो खाये पछताए जो न खाये वह भी पछताए जीत मैंने किया चख लिया आप आँखों से आते है नीर;


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